किस दिशा में बैठकर खाना नहीं खाना चाहिए?
किस दिशा में बैठकर खाना नहीं खाना चाहिए?
वास्तु का हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। वास्तुशास्त्र में हर काम करने के लिए शुभ और अशुभ दिशाओं और नियमों का वर्णन है। वास्तु में कुछ दिशाओं को शुभ माना जाता है तो कुछ कामों के लिए कुछ दिशाएं अशुभ मानी गई हैं। वास्तुशास्त्र में पूर्व और उत्तर दिशा को भोजन करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इन दोनों दिशाओं को इश्वर का वास माना जाता है। पूर्व या उत्तर की ओर मुँह करके खाने से ईश्वर की कृपा बनी रहती है, आयु बढ़ती है और ऊर्जा में वृद्धि होती है। दक्षिण दिशा को यम की दिशा माना जाता है इसलिए कभी भी दक्षिण की ओर मुँह करके खाना नहीं खाना चाहिए। इससे दुर्भाग्य बढ़ता है और स्वास्थ खराब होने का भय रहता है। खाने की थाली को हमेशा अपने बैठने के स्थान से ऊपर रखें इससे अन्नपूर्णा को आदर और कभी भी खाने की कमी नहीं होती है। खाना खाने के बाद डाइनिंग टेबल से सारे जूठे बर्तन हटा लेने चाहिए और टेबल को साफ-सुथरा रखना चाहिए। खाने की टेबल पर हमेशा कोई खाने की वास्तु रखी रहने दें, इससे कभी भी खाने की कमी नहीं होगी। खाना खाने से पहले हमेशा भगवान को भोग लगाएं और खाते समय ना बात करें और ना ही कोई काम करें।