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घर में क्या होता है ब्रह्म स्थान का महत्व?
ब्रह्मस्थान यानी घर का आंगन किसी भी भवन का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। यह स्थान घर के मध्य में होता है। इस जगह पर कोई भी निर्माण नहीं किया जाता था। लेकिन आज के परिवेश में इस जगह पर निर्माण करना मजबूरी बन चुका है। ऐसे में हम सभी को यह ध्यान रखना चाहिए कि घर के मध्यभाग में कोई पिलर नहीं होना चाहिए। अगर इस भाग में पिलर होता है तो इससे संपूर्ण भवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बाधित हो जाता है। किसी भी घर में पंच तत्वों यानी आकाश, पृथ्वी, वायु, अग्नि और जल का विशेष महत्व होता है। जो स्थान हमारे शरीर में पेट और नाभि का होता है, वही स्थान हमारे घर के मध्य स्थान का होता है। हमारे शरीर में नाभि ही शरीर का मध्य बिंदु होता है। वास्तु शास्त्र में इसे सूर्य स्थान भी कहा जाता है। जिस प्रकार सूर्य, ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत होता है, ठीक उसी प्रकार घर के ब्रम्ह स्थान से ही ऊर्जा घर की विभिन्न दिशाओं में प्रवाहित होती है। इसीलिए इस स्थान को खाली और साफ-सुथरा रखा जाता है।
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